आरबीआई के द्वारा बैंक में मिनिमम बैलेंस रखने को लेकर नया नियम को लागू किया गया है अगर आप लोग भी किसी भी बैंक में खाता है तो मिनिमम बैलेंस को लेकर आरबीआई के नए नियम के अनुसार आपके खाते में इतना पैसा होना जरूरी है वरना आपका खाता भी बंद हो सकता है लेनदेन की प्रक्रिया में रुकावट आ सकती है आईए जानते हैं पूरी खबर को विस्तार से कितना पैसा आपको मिनिमम अपने खाते में रख पाएंगे सेविंग अकाउंट वाले के लिए जाना और भी जरूरी होगा !
रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया खाते में मिनिमम बैलेंस को लेकर 12 बदलाव किया है अगर ग्राहक के बैंक अकाउंट इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो आपको मिनिमम बैलेंस कितना देना होगा वरना आपके साथ पेनल्टी भी लग सकता है जो खाता निष्क्रिय हो चुके हम खातों में शामिल किए गए 2 साल से अधिक तक कोई भी ट्रांजैक्शन नहीं किया गया है उन खातों को बैंक बंद किया जाएगा ।
मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए ?
आइसीआइसीआइ बैंक के द्वारा बचत खाता धारकों के लिए न्यूनतम बैलेंस की लिमिट सीधे 10000 से बढ़कर ₹50000 कर दिया गया है यानी आप मेट्रो सिटी या किसी बड़ा सिटी में आईसीआईसीआई में बचत खाता अगर आपको खोला गया है तो हर समय आपके खाते में बचाया जाए पर रखना जरूरी होगा यह नियम 1 अगस्त 2025 से लागू हो गया है पहले या ₹10000 बैलेंस रखने का नियम लागू था लेकिन इसे बढ़करा 50000 कर दिया गया है वहीं ।
वहीं पंजाब नेशनल बैंक एसबीआई बैंक बैंक ऑफ़ बड़ौदा में बैलेंस की शर्तें ज्यादा आसान है या इन बैंकों में मिनिमम ₹1000 रखने की शर्तें लागू है तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री जनधन योजना की ओर से खोदे जाने वाले एवं छोटे कोऑपरेटिव रीजनल ग्रामीण बैंकों में जीरो रुपए रखने की नियम है यानी आपको पैसे रखने की कोई जरूरत नहीं है
आरबीआई के नए नियम क्या कहता है
आरबीआई के नए नियम के अनुसार बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस कम होने पर खाता नेगेटिव हो जाता है और वही जब ग्राहक पैसे डालते हैं तो बैंक की ओर से पेनाल्टी पैसे काटे जाते हैं मान लीजिए किसी बैंक में मिनिमम बैलेंस न रखने पर हजार रुपए की पेनल्टी लग गई है तो अकाउंट में जैसे ही आप 5000 डालेंगे तो आपका ₹1000 कट जाएगा ग्राहक को ₹4000 वापस दे दिया जाएगा इस तरह पेनल्टी बैंकों के द्वारा लगाया जाता है
मिनिमम बैलेंस के कारण वसूल 22,044 करोड़
साल 2018 के बाद से बैंकों में गवर्नमेंट बैंक एवं प्राइवेट बैंक के खाते से मिनिमम बैलेंस नहीं होने के कारण एवं एडिशनल एटीएम चार्ज एसएमएस सर्विस चार्ज के नाम पर 2018 के बाद से 5 वर्षों में लगभग 3587 करोड़ रूपया पेनल्टी के नाम पर वसूला गया है सरकार की ओर से संसद में जानकारी दी है 2018 के बाद बैंकों में मैन्युअल बैलेंस नहीं मेंटेन करने वाले को 2200044.04 करोड़ के वसूली की है वही एटीएम खाता में फिक्स फ्री ट्रांजैक्शन के अलावा तेरी ट्रांजैक्शन करने पर 8289.32 करोड रुपए की वसूली किया गया है वही एसएमएस सर्विसेज उपलब्ध कराने की वजह से बैंकों के द्वारा 6294 वसूली किया गया है ।
ग्राहक कैसे संपर्क करें
आरबीआई के नए नियम के अनुसार बैंकों कस्टमर को एसएमएस लेटर ईमेल के जरिए खाता धारकों को निष्क्रिय करने से पहले जानकारी दिया जाता है इस सर्कुलर में बैंक के द्वारा यह कहा गया कि अगर कोई भी खाता को बंद किया जाता है तो मलिक को जवाब नहीं देता है तो बैंक उसे व्यक्ति से संपर्क करें और खाताधारक के नॉमिनी में परिचय